अक्सर आपने देखा होगा कि बहुत सी महिलाएं अपने को लंबा दिखाने के साथ ही स्टाइलिश दिखने के लिए हाई-हील्स के जूते-चप्पल पहनना पसंद करती हैं। हाई हील्स पहनने से कुछ समय के लिए भले ही आप लंबी दिखने लगें या दूसरों से ज्यादा स्टाइलिश नजर आने लगें, लेकिन लंबे समय तक हाई हील का इस्तेमाल करने पर कई प्रकार की शारीरिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
हाई हील्स से होने वाले समस्याएं
रोजाना हाई हील्स पहनने के दौरान हमारे शरीर का वजन पैरों पर बराबर मात्रा में नहीं पड़ पाता है। एड़ियों पर वजन पड़ने के बजाय यह पंजों पर ज्यादा पड़ता है। इससे जोड़ों में दर्द की समस्या उत्पन्न होती है। रिसर्च से पता चला है कि हाई हील पहनने से पीठ में दर्द होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है, जो महिलाएं ऐसा काम करती हैं, जिसें उन्हें बैठने का मौका कम मिलता है और ज्यादा देर तक खड़ा रहना पड़ता है, उन्हें पीठ दर्द होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
जब आप फ्लैट जूते-चप्पल पहनती हैं तो आपके शरीर का वजन बराबर मात्रा में पैरों पर पड़ता है। बस हल्का सा दबाव ही एड़ियों पर रहता है, जबकि हाई हील्स में वजन बराबर न रहने के कारण आपका बैलेंस बिगड़ सकता है साथ ही आपके गिरने और चोट लगने की आशंका भी काफी बढ़ जाती है। इसलिए जब तक बहुत जरूरी न हो आपको हाई हील पहनने से बचना चाहिए।
पीठ और गर्दन दर्द के साथ ऑस्टियो अर्थराइटिस की भी संभावना
हाई हील्स पहनने के कारण कई बार पैरों में दर्द होने के साथ ही गर्दन में भी दर्द हो सकता है। लगातार हाई हील्स पहनते रहने से न केवल पैरों की मांसपेशियों में दर्द हो सकता है, बल्कि पीठ और कूल्हों में भी दर्द हो सकता है। औसतन एक व्यक्ति दिन में काफी पैदल चलता है। हाई हील्स पहनकर चलने के दौरान व्यक्ति का सारा भार अंगूठों और अंगुलियों पर आ जाता है। हाई हील्स पहनने से महिलाओं के घुटनों, जोड़ों और बाकी अंगों पर बेवजह दबाव पड़ता है। ये दबाव रीढ़ की हड्डी तक जाता है। इससे गर्दन की मांसपेशियां बहुत टाइट हो जाती हैं। रोजाना हाई हील्स पहनने से ज्यादातर महिलाएं कम उम्र में ही ऑस्टियो अर्थराइटिस की शिकार हो जाती हैं। अगर किसी महिला का वजन ज्यादा है तो हाई हील्स और भी नुकसान देह हो सकती है। हाई हील पहनने से घुटनों पर बहुत प्रेशर पड़ता है।